किसी से कम नहीं हो तुम
किसी से कम नहीं हो तुम


याद रखना ओ बंदे
किसी से कम नहीं हो तुम
खुद को आजमा के देखो
बाजुओं में है तुम्हारे दम
पैर खिचने दो लोगों को
वो उनकी फितरत है
आगे कदम बढ़ाते जाना
सामने तुम्हारे जन्नत है
कोशिशें करना हजार
हौसला रखना कायम
समय साथ देगा तुम्हें
भूल जाना सारे गम
खुद को करो कठोर
करोगे परीक्षाओं को पार
अपने बल पर कर पाओगे
हर मंजर साकार