किसे पता है कल क्या होगा
किसे पता है कल क्या होगा
निज स्वार्थ में बल क्या होगा ?
कभी किसी का भल क्या होगा ?
वर्तमान का सदुपयोग कर-
आज नहीं तो कल क्या होगा ?
एकता बिन मनोबल क्या होगा ?
साहस बिन सम्बल क्या होगा ?
पीर पराई बिन दुनीयां में-
सोचो अश्रु जल क्या होगा ?
प्यार बिना पल- पल क्या होगा ?
शान्ति सुख अचल क्या होगा ?
पल में परलय- लय सब होगा-
तब तेरा हस्ती बल क्या होगा ?
बिन जगे हलचल क्या होगा ?
जन्म-जीवन अव्वल क्या होगा ?
एक नेक हो आगे बढ़ना-
नहीं तो दृढ़ अटल क्या होगा ?
नेक बिना उज्वल क्या होगा ?
मोह, माया अस मल क्या होगा ?
ईश भक्ति सुचिता में रहकर-
कोई कभी विकल क्या होगा ?
करूणा बिना कोमल क्या होगा ?
बिन सदभाव सरल क्या होगा ?
सत्य, अहिंसा, प्रेम, दया बिन-
नर जीवन भूतल क्या होगा ?
सुमनों बिन परिमल क्या होगा ?
बिना प्रेमाश्रु तरल क्या होगा ?
शर्म, सभ्यता, अनुसासन बिन-
कुछ भी कभी अमल क्या होगा ?
प्रश्न बहुत पर हल क्या होगा ?
छल-कपटों का फल क्या होगा ?
आज धरा पर जो बैठें हैं-
किसे पता है कल क्या होगा ?
पाप में पावन पल क्या होगा ?
सत्य में झूठ गरल क्या होगा ?
प्रेम, श्रृद्धा, विश्वास बिना-
कवि बाबूराम विमल क्या होगा ?