Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Shishpal Chiniya

Romance

3  

Shishpal Chiniya

Romance

ख्वाबों की रानी (भाग1)

ख्वाबों की रानी (भाग1)

1 min
529


मेरे हाथ पर लिखा था

बस एक उसका नाम

किसी ने पूछा तो कहा 

है कोई तेरा हमनाम।


हट किया बताओ;

उसमें ऐसा क्या है

उस की खूबसुरती अब

उसके सामने बयां है।


मेरी आँखों में देखकर

वो थोड़ा सा शर्माती है

साबित करने को प्यार 

वो थोड़ा सा इतराती थी।


हसीन चेहरा उसका

ज्यों चांदनी पुनम की

सांसों से निकले उसके

ज्यों सुगंध सुमन की।


काली घुंघराली जुल्फें ऐसी

जैसे अमावस की रजनी हो

मासुमीयत इस कदर झलके

जैसे स्वर्ग की कोई सजनी हो।


पलकें टिमटिमाये यूँ वो

ज्यों सितारे चमके गगन में

नशे का आदी था मैं उसका

जलता रहा मैं इस अग्न में।


अधर उसके सुर्ख लाल 

ज्यों सवेता अस्त हो रहा 

सागर की लहरों में खोकर

किनारे पर मैं मस्त हो रहा।


वक्ष समतल चमक रहा 

जैसे थार मे गर्म धूल हो।

गाल से बूंद फिसली पसीने की

जैसे डाली से टुटा कोई फूल हो।


नाभि शोभित गहरी कुई सी

धरा पर खाली पारावार है

बलखाती लचकती कमर

जैसे यौवन पर वो सवार है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance