खूबसूरत पल
खूबसूरत पल
थोड़ी कुम्हलाये
फिर मुस्कुराये
यादों के झरोखे से
कभी यूँ भी ख़ुशी- गम
साथ-साथ नज़र आये
तन्हा सफर जीवन का
हर पल में कुछ खास
खूबसूरत पल झिलमिलाये…
एक पल खास
जब कोई ख्वाहिश
दिल पे दस्तक दे जायेनज़र उस मंज़िल पे
हौसले के पंख खुल जायेसच करने की चाहत में
वक़्त अपने साथ दूर ले जायेफिर ये हौसले के पंख
जब आसमां छू जाये…..
शायद उस पल एक
खूबसूरत पल हमे देख मुस्कुराये….
बंद मुट्ठी की चाहत
रेत की तरह उड़ जाये…..
आँखों के कुछ सपने
रात भूखे पेट सो जाये……….
फिर एक नई सुबह आस
खुद में विश्वास बना जाये…..
थोड़े से थोड़ा होगा भी पूरा
जीवन का हर दिन दिखलाये….
सच कहती हूँ हर दिन खास
वो खूबसूरत पल से मिला जाये
कि नंदिता पल-पल मिल एक वक़्त
और एक वक़्त खूबसूरत पल बन जाये…!