खौफनाक मंजर
खौफनाक मंजर
अजीब खौफनाक मंजर चल रहा है,
चारों तरफ से दहशत फैली हुई है।
घर-घर में हाहाकार मचा हुआ है,
यह कौन सी ऐसी बला है।
जिसने सबका जीवन जीना दुर्लभ कर दिया है,
घर में भी परेशान बाहर भी परेशान नजर आ रहे हैं।
कुछ घर में कैद हो गए हैं कुछ दफना दिए गए हैं,
आज तो चारो ओर चील और कौवे नजर आ रहे हैं।
अब इंसानों को समझना चाहिए,
ऐसे ही हम चील और कौवे की तरह एक दूसरे को झपट रहे थे।
अब तो संभल जाओ ए दिवानो,
रामायण में भी जिक्र किया था कि
चमगादड़ आएंगे और सबका सर्वनाश होगा।
और इस सब को तारने सिर्फ प्रभु आएंगे,
तो इसलिए
हम सबको प्रभु की वंदना करनी चाहिए।
और हमें सब एहतियात बरतनी चाहिए,
जिसके ऊपर बीत रही है उनकी तो जिंदगी बर्बाद हो गई है।
दूसरे सोचते हैं हमारे लिए तो यह एक खबर हो गई है,
रोज जब हम अखबार खोलते हैं, टीवी पर न्यूज़ देखते हैं।
तो हमको समझ आता है कि यह क्या हो रहा है,
इसलिए हम सबको चाहिए हम सब कंधे से कंधा
मिलाकर एक दूसरे का साथ निभाना चाहिए।
कहीं कोई भूखा नंगा खड़ा है,
किसी का सुहाग उजड़ गया तो किसी की गोद उजड़ गई है।
अब तो जागो ए यारों, अपने वतन को संभालो प्यारो,
मिलकर करेंगे जब हम प्रभु की जय जयकार,
धरती पर जरूर आएंगे हमारे पालनहार।