खाटू वाला श्याम
खाटू वाला श्याम
खाटू खाटू हर भक्त करता,
श्याम तेरी शरण में आता
हर दिन तेरा नाम है जपता
जितना बड़ा नाम है तेरा,
उतना बड़ा दरबार है तेरा
भक्तों का बनकर मसिहारा,
भागा देता हर पीड़ा
नाम लेते ही तेरा,
मन में मिलति शीतलता
जपु नाम मैं तेरा
दिन रात और सुबह शाम
जो आया पास तेरे
सच्चे मन संग खाली झोली
भर लेके गया
दुनिया की सारी ख़ुशी
जो शांति श्याम तेरे पास मिले
पूरी कर देती सारी कमी
ढेर सारा स्नेह लेकर
श्याम आ रहा हूँ मैं तेरी गली।
