कहानी आईना
कहानी आईना
अपनी कहानियों को लिखने
खींचता कहानी आईना मुझे।
आईना के आरंभ भी
पुकारा आ,आ, आच्शर्य मुझे।
पूर्व तट से पश्चिम तट पहुंची
आईना के सामने हो जाना मुझे।
विशेष पुरस्कार सजावट से
मुंबई में तमिल्वाली मुझे।
कहानी आईना की आतर
होने में गर्व है मुझे।
