Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Vidya Sharma

Abstract

5.0  

Vidya Sharma

Abstract

खाली जेबें

खाली जेबें

1 min
428


बहुत कुछ संभाल कर संजो रही थी,

जिंदगी की जेब में।

कई बचपन की मासूम यादें,

कुछ शैतानियां और शरारते,

कुछ रूठने मनाने की चासनी में लिपटी यारियां,

कुछ चोरी छुपे घूमने की सजाएं।

 

कुछ बारिश के भीगे पल,

कुछ खिलखिलाती शामें।

कुछ मां की सीख और कुछ पिता का दुलार।

सब समेटती जा रही थी जिंदगी की जेब में,

और इस खजाने को देखकर मगन होती हर पल।


पर समय ने करवट बदली,

जाने कैसे वह यादों की जेब फटी।

बिखरने लगी सभी खुशियां एक-एक कर,

दूर होने लगे वह पल।

पर मुझको ना हुई खबर।


कामयाबी के जश्न में डूबा,

बेखबर चलता रहा।

शिखर पर पहुंचकर जब,

जेब टटोलने लगा,

खाली फटी जेब मिली,

सभी यादों के खजाने खो गए।

उस शिखर पर मैं था और बस,

खाली फटी जेब। 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract