कैसे अपना मिलन हो ?
कैसे अपना मिलन हो ?
वो अग्नि हवन कुण्ड सी,
मैं शीतल नीर दरिया सा,
कैसे अपना मिलन हो ?
वो काली घटा अम्बर सी,
मैं श्वेत हिम-सागर सा,
कैसे अपना मिलन हो ?
वो महकती कलि गुलाब सी,
मैं नशा भांग-धतूरे सा,
कैसे अपना मिलन हो ?
वो ढलती रात चाँद सी,
मैं उगता सवेरा सूरज सा,
कैसे अपना मिलन हो ?
