STORYMIRROR

विकास उपमन्यु

Abstract

2  

विकास उपमन्यु

Abstract

जीवन पहेली

जीवन पहेली

1 min
511

ये जीवन

एक पहेली है,

अगर समझ गए तो

एक सहेली है।

 

जीवन और मृत्यु दो मोती हैं,

सुख में रहो तो जीवन है,

दुःख में रहो तो मृत्यु है,

जो समझ गए,

तो बनी एक कहानी है।

 

ये जीवन

एक पहेली है,

अगर समझ गए तो

एक सहेली है।

 

रोज़ नया कुछ सिखाती है,

दर्श कुछ आवरण कराती है,

जब भी आती याद,



कुछ पुराना करा जाती है,

तो कभी भविष्य गर्भ,

कुछ नया बता जाती है।

 

ये जीवन

एक पहेली है,

अगर समझ गए तो

एक सहेली है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract