" चलने की कोशिश तो करो पूरी"
" चलने की कोशिश तो करो पूरी"
मंजिल है अभी आधी अधूरी
जरा चलने की कोशिश तो करो पूरी
भुलाने है अभी वो रिश्ते और नातो को
हमारी खुशियों से जुड़ी वो हर एक कड़ियों को।
मंजिल है अभी आधी अधूरी
जरा चलने की कोशिश तो करो पूरी
अब हैै धैर्य और साहस से काम लेनेे को
और थोड़ी मेहनत थोड़ी है समझदारी दिखाने को।
मंजिल है अभी आधी अधूरी
जरा चलने की कोशिश तो करो पूरी
गुमराह राहों को फिर इस काबिल बनाने को
कि उन राहों में चलकर फिर मंजिल है पाने को।
मंजिल है अभी आधी अधूरी
जरा चलने की कोशिश तो करो पूरी।।
