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Gopal Agrawal

Abstract

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Gopal Agrawal

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सपने में हम अपने देखें

सपने में हम अपने देखें

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आओं हम सब मिलकर सपने देखें,

भागम भाग की दुनिया में हम अपने देखे,

आओं हम सब मिलकर सपने देखें,


सपना देखना कोई गुनाह नहीं है,

क्या सपना देखा कोई गवाह नहीं है,

सपना अच्छा है या बुरा है

इसकी कोई वाह वाह नहीं है,

मिट जाए लोगों की बीमारी के लेखे,

आओं हम सब मिलकर सपने देखें,


सपना देखा नहीं जाता है, आ जाता है,

जो कभी नहीं देखते, वह भी बता जाता है,

कभी अपनो को दिखाता है तो

कभी उनको रूलाता है,

क्या करें बिना बताएं जो ये आ जाता है,

आओं हम सब मिलकर कुछ ऐसा देखें

मिट जाए दुनिया में दुख दर्द के लेखे,

आओं हम सब मिलकर सपने देखें,


सपने की दुनिया बहुत ही रंगीन होती है,

टूटते ही, सामने लड़खड़ाती जमीन होती है,

दुनिया की सोच बहुत संगीन होती है,

अपनो के साथ जिन्दगी बेहतरीन होती है,

सब से मिलकर कामयाबी व भरोसा देखे,

मिट जाए परेशानी व मायूसी के लेखे,

आओं हम सब मिलकर सपने देखें।


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