Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Umesh Shukla

Tragedy Action

4  

Umesh Shukla

Tragedy Action

काम चलता रहता निर्द्वंद्व

काम चलता रहता निर्द्वंद्व

1 min
227


रात का डर कभी वहां नहीं

जहां होता है भरपूर प्रकाश

अंधेरा ही उड़ाया करता है

हर शख्स का होशोहवास

समुचित प्रकाश का जहां

कहीं होता उपयुक्त प्रबंध

वहां उपस्थित लोगों का

काम चलता रहता निर्द्वंद्व

जग के बड़े शहरों में होता

रहता तीन पालियों में काम

वहां हर शख्स व्यस्त दिखता

पाने को मनवांछित परिणाम

जीवन स्तर और रहन सहन

में भी औरों से दिखता फर्क

सबको चिंता हर पल यही कि

निश्चित समय पे पूरा हो वर्क

भारत जैसे देश में अभी भी

हर तरफ काम के मौके कम

कुछ गिने चुने शहरों तक ही

सीमित औद्योगिकता का दम

काश मेरे देश की सरकारें देतीं

औद्योगिक विस्तार पर पूरा जोर

हर हाथ को काम मिलता तो

समृद्धि दिखती हमें चारों ओर



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy