जय हो
जय हो
![](https://cdn.storymirror.com/static/1pximage.jpeg)
![](https://cdn.storymirror.com/static/1pximage.jpeg)
कारगिल जीत विजय दिवस मिल हम मनाएंगे
वीर शहीदो जवानो नमन सिस हम झुकाएंगे।
बढ़ा दोस्ती का हाथ वो घुस आया था घर में
मार भगाया बेईमानों को आगे भी हम भगाएँगे।
जवाब ईंट का पत्थर हरदम खूब दिया हमने
बहा जो खून जमीन शहीदों भुला न हम पाएंगे।
सत सत नमन नारियों बहनों महान माताओं को
दिया रतन वतन उन चरणों शिश हम झुकाएँगे।
लिया लोहा सदा जवाब दुश्मन मुंह तोड़ दिया
मना विजय दिवस श्र्द्धा सुमन सब हम चढ़ाएँगे।
बहता लहू लावा बनकर जवानी उबाल मारती
याद दिलाये दुध छट्टी वतन गरदन हम कटायेंगे।
शेरों की संतान हर हिन्द जवान दहाड़ना
आता पड़े जरूरत जब भी हस्ती अपनी हम मिटाएँगे।
जय हो जन्म भूमि भारत तेरी सदा ही जय हो
रहे तू आबाद सदा माता तूफानों से हम टकाराएंगे।
कतरा कतरा रक्त बदन वतन ही काम आए
सिर हथेली रख माँ भारती चरणों हम चढ़ाएँगे।
छू ले तुझे अगर दुश्मन मौत उसकी तय मानो
लाल तेरे माँ आबरू बचाने कट मर हम जाएँगे।
जय हिन्द जय भारत पुत्र भारती जय घोष करे
दे मौका एक बार तू माँ दूध कर्ज हम चुकाएंगे।