जुड़वाँ शब्द की कहानी,
मोहब्बत की जबानी।
दो आत्माएं, एक धारा,
अनोखा है ये नारा।
जुड़वाँ बाँहों की गहराई,
एकता की ये नई सच्चाई ,
जैसे पंख बिना उड़ान नहीं,
वैसे दो ज़िस्म बिना जान नहीं |
जुड़वाँ नजरों की झलकी,
अपनों के बिना अधूरी लगती ,
साथ चलना, साथ मुस्कुराना ,
हर राह पर एक हो जाना |
जुड़वाँ मन की भावनायें ,
जैसे तरंगों में समायें ,
बंधन में जुड़ता है संसार,
मिलन से होता है प्यार |
जुड़वाँ आंखों का नजारा,
हर बात का एक सहारा ,
प्यार और खुशियों की बौछार,
कभी मिलन कभी तकरार |
जुड़वाँ जीवन की दौड़ ,
ebkit-tap-highlight-color: transparent;">एक दूसरे को है समर्पित ,