जीवन
जीवन
मैं उन्हीं ख्यालों से गुजरा हूं
सूखा, भूखा, रूखा जीवन
अपनेपन का लेप लिये कोई
सच्चा, झूठा, उलझा जीवन
लिपटी सौंधी खुशबू में
तीखा, मीठा, नमकीन सा जीवन
यादों का थैला खूंटी पर
सिमटा, बिखरा, हलका जीवन।
मैं उन्हीं ख्यालों से गुजरा हूं
सूखा, भूखा, रूखा जीवन
अपनेपन का लेप लिये कोई
सच्चा, झूठा, उलझा जीवन
लिपटी सौंधी खुशबू में
तीखा, मीठा, नमकीन सा जीवन
यादों का थैला खूंटी पर
सिमटा, बिखरा, हलका जीवन।