जीवन की ख़ुशी
जीवन की ख़ुशी
जब जीवनसाथी मीत बन जाए,
तब जीवन की ख़ुशी मिल जाए।
कभी उनको सोचकर मुस्कुराए
फिर होंठों पर मंद मुस्कान आये।
कभी दुख को सोचकर आँसू
आंखों से अचानक बहती जाए।
आस निराश में डूबकर
मन में खुशियाँ भर भर जाए।
जब जीवनसाथी मीत बन जाए,
तब जीवन की ख़ुशी मिल जाए।
कभी उनको सोचकर मुस्कुराए
फिर होंठों पर मंद मुस्कान आये।
कभी दुख को सोचकर आँसू
आंखों से अचानक बहती जाए।
आस निराश में डूबकर
मन में खुशियाँ भर भर जाए।