पुराने चेहरे बदल गए
पुराने चेहरे बदल गए
अब कौन पूछता नये लोग मिल गये :
अब कौन पूछता नये दिल मिल गये !
पतझड़ मौसम गया आई बसंत बहार :
गुंचे अंकुर अब नये नये गुल खिल गये !
हम अमन के दीवाने चैन करते पसंद :
ख़ुशनुमा माहौल में अचानक ज़हर घुल गये !
मोर उड़ गये उल्लुओं ने किया बसेरा :
बुलबुल बहक गये सारे पोल खुल गये !
आग लगी सीने में महबूब के दीदार की :
बिछुडने के फफोले ज़ख़्म बन छिल गये !
मजबूत इरादे हमारे कभी डगमग नहीं हुए :
एक झटके में ये ज़लज़ला बनकर हिल गये !
आरज़ू थी मुलाक़ात की बड़ी शिद्दत से :
हम इंतजार करते रहे वो आगे निकल गये !
अब नया दौर नया ज़माना नया दौर आया :
नये चेहरे मोहरे आए अब पुराने बदल गये !