जीवन के हज़ारों रंग
जीवन के हज़ारों रंग
वो बन्द मकानों में,
धूप की किरण का दिख जाना।
वो मौत की कग़ार पे खड़े,
ज़िन्दगी की आस का नज़र आना।
वो दिल के अरमानों का,
दिल ही में मचल जाना।
जीवन के हैं हज़ारों रंग,
लगा रहता है आना और जाना।
वो बन्द मकानों में,
धूप की किरण का दिख जाना।
वो मौत की कग़ार पे खड़े,
ज़िन्दगी की आस का नज़र आना।
वो दिल के अरमानों का,
दिल ही में मचल जाना।
जीवन के हैं हज़ारों रंग,
लगा रहता है आना और जाना।