साम्राज्य
साम्राज्य
प्रकृति का फैला है परचम,चहुंओर जयकार।
साम्राज्य अविस्मरणीय यह,करें सदा सत्कार।
कीर्तिमान इसके यश की,सदा सदा जयकार।
यह सम्राज्य अति पावन,प्रकृति का उपहार।
महिमा हो अलौकिक ये,जन्म सिद्ध सरकार।
प्रकृति साम्राज्य जयश,सीधा साधा है उपचार।