जीवन है एक प्रेम का पौधा
जीवन है एक प्रेम का पौधा
जीवन है एक प्रेम का पौधा
इसे ज़रा प्रेम से सींचिए
जीवन है एक प्रेम की गाथा
इसे ज़रा प्रेम से गाइए।
खाद डालें आइये इसमे विश्वास की
रहे न कोई जगह किसी अन्य प्यास की
मिल कर लगाएँ इसे हम सम्मान की धरती पर
एक दूसरे के साथ से बोझ न रहे प्रकृति पर।
जब मिल कर करेंगे हम जन कल्याण का काम
तभी धरती का हम रौशन कर सकेंगे नाम
जब प्रेम का ये पौधा बढ़ेगा आकाश की ओर
तब बंध जाएगी जन समुदाय में प्रेम की डोर।
फल स्वरूप मिलेंगे
हम सबको मीठे मीठे बोल
आओ घोलते चलें जीवन के मिश्रण में
मिसरी सा मीठा घोल।
