जीतने की जिद
जीतने की जिद
जिद है अगर कुछ पाने की
जिद है आसमां छू लेने की
तो विश्वास खुद पे रखना
मुश्किलें लाख आए राह में तेरे
तू उनसे कभी ना डरना।
अगर गिरता है
खुद पे हौसला रख
अपने कर्मों पर पूरा भरोसा रख
यहां पग- पग पर बिखरे कांटे मिलेंगे
इन्हें पार पाकर ही
खुशियों के दामन मिलेंगे।
बस जिद न छोड़ना
मंजिल पाने की
जिद में सफल हो जाने की
आग सीने में खुद की जलाए रखना
हार में भी संयम बनाए रखना।
मंजिल तुझे मिल जाएगी
आंधियों में रोशनी हो जाएगी
"दृढ़ विश्वास"
यही सफल जीवन का मूलमंत्र
इससे ना खुद को डिगने देना
हिम्मत से फिर तू कदम रखना।
हार का भय जब तुझे सताएगा
विश्वास रखना खुद पर
तु खुद डर से जीत जाएगा
हर तरफ जय जयकार होगी
जब जीत का परचम लहराएगा ।