जीने की एक तरकीब
जीने की एक तरकीब
मैने जीने की,
एक तरकीब सोची है।
कि मौत से डरना नहीं,
और जीते जी मरना नहीं।
जिन्दगी का मतलब
जिंदादिल होनी चाहिए।
जिन्दगी की उलझनों में,
ना मुस्कान खोना चाहिए।
गर उलझनों में खोकर
मुस्कान को हमने खो दिया।
समझो फिर जिन्दगी तो,
मौत से भी बदतर हो गई।
मुश्किलें तो आयेंगी,
जिन्दगी की राह में।
कमी ना होनी चाहिए
मगर जीने की चाह में।
मुश्किलों का तुमने,
डट कर किया जो सामना।
मुश्किलें खुद ही करेंगी
तेरी विजय की कामना।
और क्या कहूँ तुम्हें,
और कुछ कहना नहीं।
बस मौत से डरना नहीं,
और जीते जी मरना नहींl
