STORYMIRROR

पूर्णेश्वर पाण्डेय

Inspirational

5.0  

पूर्णेश्वर पाण्डेय

Inspirational

झूले ने मुझे बताया

झूले ने मुझे बताया

1 min
712


दो रस्सियों के

सहारे लटका

बीजू आम की डाल पर

वो झूला।


मैं बैठा,

पीछे से ज़ोर का

धक्का लगा।


ज़्यो ऊपर चढ़ा

मुझे थोड़ा

डर सा लगा।


अब खुद मैंने हिम्मत की

और ज़ोर लगाया

फिर झूल ऊपर चढ़ा

पर अबकी मैं मुस्कराया।


मेरी अपनी क्षमता

सबसे अच्छी

ये तब झूले ने मुझे बताया।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational