जब हम दुनिया से जायेंगे
जब हम दुनिया से जायेंगे
भूल तब जायेंगे जब हम दुनिया से जायेंगे ,
जीते जी तेरा साथ मरते दम तक निभायेंगे ,
पहली नज़र में तू बनी दिल देने वाली ,
भला अब इस दिल को कैसे दुखायेंगे ?
कोई वादा ना था कभी तेरे संग जीने का ,
कोई चाह ना थी कभी तेरे संग गुजरने का ,
किस्मत ने मिला दिया यूँ ही हमें अचानक से ,
अब जोर नहीं चलता किस्मत को पलटने का |
तेरे साथ गुजारी रातें अजब सी कशिश दे गई ,
कहीं भीतर ही भीतर मेरा सब कुछ ले गई ,
मैं लुटा लुटा सा जितना भी तेरे करीब आता रहा ,
तेरी प्यार भरी हँसी मुझे और ज्यादा दर्द दे गई |
तू अंजान बन बेखबर सी अपनी दोस्ती निभाती रही ,
मैं अंजान बन बेखबर सा तेरी बातें मुझे भाती रही ,
कितनी बार हम दोनों के बीच झगड़े होते रहे ,
मगर तू हर बार उन्हें बड़े प्यार से सुलझाती रही |
बहकना तो चाहा मैंने कई बार तेरे संग सनम ,
मगर तेरी बेरुखी कर देती मुझे हर बार तंग ,
तू लोक समाज के डर से खुल ना सकी मेरे संग ,
मैं तेरे प्यार के डर से बदल देता अपने मन के रंग |
आज भी दिल मेरा तुझे याद करता बार बार ,
तू हँस कर कह देती शुक्र है किया मेरा इंतजार ,
भूल तब जायेंगे जब हम दुनिया से जायेंगे ,
जीते जी तेरा साथ मरते दम तक निभायेंगे ||