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S N Sharma

Inspirational

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S N Sharma

Inspirational

जैसे वन में चंदन है

जैसे वन में चंदन है

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समय और सांसें ही तो सच्चा जीवन धन है।

गिनी चुनी है सांसे और समय थोड़ा कम है।

मत व्यर्थ गंवा ए मन कर सदुपयोग इसका।

जाया करके है रोना शेष रही फिर मात्र चुभन है।

रूठा रूठी छोड़ो साथ निभाने आ भी जाओ।

दुनिया में खुशियां हैं थोड़ी और हजारों गम हैं।

मौसम बदले तुम न बदलो यही कामना है मेरी ।

दूर छितिज तक उड़ें चलो पंखों में इतना दम है।

तुम सागर मैं लहर तुम्हारी साथ तुम्हारे रहूं सदा।

संग पवन के महक तुम्हारी जैसे वन में चंदन है।


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