जागरण
जागरण
यह रात्रि जागरण क्यों करते हो?
सुबह देर से क्यों उठते हो?
काम पूरे नहीं होते तो खुद को ही मन में कोसते हो?
रात्रि लंबी करने से क्या फायदा?
दिन को तुम बड़ा करो।
सूरज की पहली किरणों को
देखते हुए सूर्य नमस्कार फिर करा करो।
विद्या बुद्धि सेहत तुमको स्वत: ही मिल जाएगा।
दिन अगर बड़े हुए तो कोई काम भी अधूरा ना रहने पाएगा।
देवताओं को दिन पसंद है
तो दानवों की रात्रि है।
रात्रि जागरण के लिए नहीं होती यह तुमको पता भलीभांति है।
निद्रा में कमी तुम रखते नहीं।
देर रात सोओगे तो जल्दी उठ सकते नहीं।
अगर जल्दी ना उठे तो समय पर कोई काम होगा नहीं।
अवसाद और नकारात्मकता ही बढ़ेगी तुममें।
मन में शुभ और सकारात्मक विचार आ सकता ही नहीं।