वृक्ष लगाएँ , देश बचाएँ प्रदूषण हटे, शुद्ध पर्यावरण हो...। वृक्ष लगाएँ , देश बचाएँ प्रदूषण हटे, शुद्ध पर्यावरण हो...।
दिल का दिल से गहरा रिश्ता है प्रेम दिल का दिल से गहरा रिश्ता है प्रेम
सारी बहसों से अलग वह हड्डी के एक टुकड़े और कौर-भर (सीझे हुए) अनाज पर है। सारी बहसों से अलग वह हड्डी के एक टुकड़े और कौर-भर (सीझे हुए) अनाज पर है।
कोई जिल्द भी लगाता है काम बहुत ये आता है अखब़ार खुशियाँ भी लाता है। कोई जिल्द भी लगाता है काम बहुत ये आता है अखब़ार खुशियाँ भी लाता है।
उसके और भी दीवाने थे शहर में मेरे सिवाय...! उसके और भी दीवाने थे शहर में मेरे सिवाय...!
मन समाज दर्पण भविष्य वर्तमान जन आकांक्षाओं का सम्यक संचय संवाद संचार जहां।। मन समाज दर्पण भविष्य वर्तमान जन आकांक्षाओं का सम्यक संचय संवाद संचार जहां...