इश्क़
इश्क़
एहसास था एक ख्यालों में तेरा
सारी उम्र बिता दूँ तेरे साथ।
ख्याल आता रहा उम्र निकलती रही
जमाना भी बदला, तू भी बदल गयी।
फिर भी तेरा दर्द सहने वाला
मैं नहीं बदला, यही मेरी मासूमियत थी।
एहसास था एक ख्यालों में तेरा
सारी उम्र बिता दूँ तेरे साथ।
ख्याल आता रहा उम्र निकलती रही
जमाना भी बदला, तू भी बदल गयी।
फिर भी तेरा दर्द सहने वाला
मैं नहीं बदला, यही मेरी मासूमियत थी।