प्यार का दर्द
प्यार का दर्द
सारे गम को भूल के तेरे पास आई हूं मैं
तुझे चाहने तेरे पास आई हूं मैं ।
कैसी थी दूरी; कैसी मजबूरी
पास रहके भी , तेरी मेरी कहानी अधूरी
सारे संसार को पीछे छोड़ के आई हूँ मैं
तेरे ही लिए , तेरे पास आई हूँ मैं ।
तुझे रब ने बनाया , सिर्फ मेरे लिए
जैसा भी बनाया , वैसा तेरा-मेरा टाइम देखके
घरवालों से रिश्ता तोड़ आई हूँ मैं
मेरा प्यार जीतने के लिए, तेरे पास आई हूँ मैं ।