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MS Mughal

Romance

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MS Mughal

Romance

खो जाने के बाद

खो जाने के बाद

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बैगानावार घूमा हूं तुझमें खो जाने के बाद

ख़्वाब मुक्कमल नहीं होते सो जाने के बाद


पूर नूर सितारों से भरी रात कहने को है कुछ 

रश्क चुराते है सितारे मेरा तेरा हो जाने के बाद


दर ओ दीवार सजाई है विशाल ए दिलबर में 

सांसे रुकती नहीं तेरा नाम पीरो जाने के बाद


तेरे कूचा ओ बाज़ार से अब कहा जाए हसन

खम है मेरे क़दम तेरा दीदार हो जाने के बाद



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