शुम विचारधारा
शुम विचारधारा
1 min
331
माँ के साथ उंगली लेकर
चलने की ताकत थी
मुझ में
जब मैंने चलना सिखा था,
अब दौड़ना भी आता है
पर
नादानीयत ये की
अब उंगली पकड़ कर
चलना नहीं आता।
