बस एक
बस एक
डर बस एक ही, तुम्हे खोने का
दर्द बस एक ही, तुम्हारे रूठने का
ज़िल्लत बस एक ही, तुम्हारे रुखाई की
नशा बस एक ही, तुम्हारी दोस्ती का
काम बस एक ही, तुम्हारी याद का
इंतज़ार बस एक ही, तुम्हे देखने का
आस बस एक ही, तुम्हारे आने की
जुनून बस एक ही, तुम्हारी बातों का
साज़ बस एक ही, तुम्हे लुभाने का
पागलपन बस एक ही, तुमसे मिलने का
चाहत बस एक ही, तुम्हारे साथ की
सपना बस एक ही, तुम्हे पाने का
इबादत बस एक ही, तुम्हारे प्यार की
दुआ बस एक ही, तुम्हारे ख़ुशी की
गुनाह बस एक ही, तुम्हे भुलाने का
सज़ा बस एक ही, तुम बिन जीने की.