इंतजार तेरे प्यार का
इंतजार तेरे प्यार का
तमाम उम्र जिसका, इंतजार करते रहे,
वो किसी और पर ही, एतबार करते रहे।
तुम्हारी आँखों में, देखी न मुहब्बत हमने,
अपनी आँखों को ही, अश्कबार करते रहे।
तुम्हें सौंपा था, एक कोरा सा कागज मैंने,
मेरे दामन को ही तुम, दागदार करते रहे।
नजर भर के, न तुमने कभी देखा हमको,
तीर नजरों के हम, आर-पार करते रहे।
दिल ने जिनको, ज्यादा ही तवज्जोह दे दी,
वो महफिल में मुझे, दरकिनार करते रहे।
जहाँ भर की शोहरत, तुम्हारी हो सकती,
हरकतों से खुद को, शर्मसार करते रहे।
हो नहीं सकता हर एक, प्यार के काबिल,
खा ठोकरें खुद को, होशियार करते रहे।
जिस प्यार को, दुनिया से छिपा रखा था,
उन्हीं किस्सों का वो, इश्तहार करते रहे।