हर दुआ में रहेगा।
हर दुआ में रहेगा।
हर दुआ में रहेगा सदा तू मेरी।
बिन तेरे जिंदगी कुछ भी तो नहीं।।1।।
रहना है तेरे हिसार के सहर में हर पल मुझे।
तेरे बिन एक लम्हा भी गुजरे यह मुमकिन नहीं।।2।।
हर पल रूह में मेरी तू है समाया हुआ।
तेरे बिन सांस ले लूं यह मेरे तसव्वुर में नहीं।।3।।
डरता नहीं हूं मरने से ए मेरी जिंदगी।
पर उनको तन्हाई दे दूं इतनी मेरी हिमाकत नहीं।।4।।
मैंने भी बनाए है कुछ वसूल जीने के लिए।
पर तेरी खुशी की खातिर ये टूट जाए तो परवाह नही।।5।।
कहने को तो दुनिया से कहता हूं मुझे तेरी परवाह नहीं।
पर चुप चुप कर वह रोना मेरी जिंदगी का जाता नहीं।।6।।

