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Madhavi Solanki

Romance

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Madhavi Solanki

Romance

हर बार में ही क्यूं ?

हर बार में ही क्यूं ?

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हर बार मैं ही क्यूं , कभी आप भी याद कर लिया करो 

हर बार मैं ही क्यूं , कभी आप भी मैसेज कर लिया करो , सिर्फ रिप्लाई देना जरूरी नहीं है  

हर बार मैं ही क्यूं , आपका ख्याल रखूं , कभी आप भी मेरा थोड़ा ख्याल रख लिया करे ..

हर बार मैं ही क्यूं समझूं हर बात को , कभी आप भी समझ लिया करे मुझ को ...

हर बार मैं ही क्यूं नाराज़ होके बैठी रहूं कभी आप भी नाराज़ हो जाएं , जिससे मैं आपको मना सकूं ..

हर बार मैं ही क्यूं गुस्सा करूं आप पर , कभी आप भी डांट दिया करे मुझे , जिससे हमारा प्यार बढ़ता रहे 

हर बार मैं ही क्यूं जिद्द करूं , कभी आप भी ज़िद्दी बन जाएं जिससे हम और भी पास आ जाएं ..

हर बार मैं ही क्यूं इंतज़ार करूं आपका , अब आप भी महसूस करें प्यार का दर्द ,

इंतज़ार का दर्द , मैसेज ना आने का दर्द , मेरे साथ ना होने का दर्द ...

हर बार मैं ही क्यूं , कभी आप क्यों नहीं।


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