हो तुम
हो तुम
मेरी सुबह की पहेली चाय हो तुम।
दिल में जो हमेशा रहे वो ख्वाइश हो तुम।
आइने में जो दिखाई दे वो तस्वीर हो तुम।
हर रात जो ख्वाब आए वो ख्वाब हो तुम।
जो हर राह पर मेरे साथ चले वो हमसफर हो तुम।
जो आंखो में से आंसू निकाल दे वो याद हो तुम।
जो ठहर जाए मेरे होंठो पर वो मुस्कान हो तुम।
जो रब से हर पल मांगू वो दुआ हो तुम।
मेरे बेचैन दिल का सुकून हो तुम।
अब और इसे जायदा किया बताऊं कि मेरे लिए क्या हो तुम।।

