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yash tandel

Romance

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yash tandel

Romance

हमसफर

हमसफर

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क्या लिखूं मेरे हमसफ़र पर

अल्फाज कम पड़ेंगे उस शख्स पर ।


अब कलम उठाई है तो लिखता हूं

बात रह ना जाए अधूरी कागज पर ।


मैं उसके साथ बड़ा खुश रहता हूं

उसका ही रहेता है नाम मेरी जुबान पर । 


पल पल बिताने को जी करता है उसके साथ

रखना चाहता हुं मुस्कान उसके चेहरे पर ।


अगर वो किसी तकलीफ में आ जाए तो

रखना चाहता हूं खयाल करके चुंबन माथे पर ।


हर परिस्थिति में उसका साथ देना चाहता हुं

चाहे खुदा को क्यों ना लाना पड़े जमीन पर ।


हम मुतमइन हैं एक दूसरे को पाकर

अब कोई नहीं चाहिए हमें इस जहान पर ।


अब बस सपने पूरे करने हैं हमें

जो होगा देखा जाएगा है यही उम्मीद पर ।


जो कहना था हमने कह दिया हमने यारों

गुस्सा नहीं बस प्यार आता है उस हम-नफस पर ।


मुमताज वो मेरी मैं "यश" हूं उसका

अब इससे ज्यादा क्या बताऊं मेरे हमसफर पर ।


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