हां वो मजदूर है
हां वो मजदूर है
अपने हालत से जो मजबूर है
हा वो मजदूर है।
दो वक्त की रोटी मिले तो पा लेते सुरूर है
हा वो मजदूर है।
जिसने की है मेहनत भरपूर है
हा वो मजदूर है।
हर भारी हलके काम के लिए जिसकी जरूर है
हा वो मजदूर है।
कोई भी परिस्थिति करनी पड़ती उसको मंजूर है
हा वो मजदूर है।
परिवार को पालने के लिए परिवार से ही दूर है
हा वो मजदूर है।
गरीब घराने में जन्म लेना उसका कसूर है
हा वो मजदूर है।
गलत करें तो उसे बोलते सब क्रूर हैं
हा वो मजदूर है।
आसमान को भी छत बनाने वाला तैमूर है
हा वह मजदूर है।
अपने बाल बच्चे से मिलने को आतुर है
हा वो मजदूर है।
अमीर होना तो सिर्फ जिसका तसव्वुर है
हा वो मजदूर है।
मेहनत की कमाई देख चेहरे पर आ जाता नूर है
हा वो मजदूर है।
हर हालत में टिकने वाले जो शूर है
हा वो मजदूर है।