हम मिले नहीं
हम मिले नहीं
हम मिले नहीं ,
देखो हम बच गए।
एक वायरस ने आकर ,
बना दी कितनी दूरी ,
दो प्रेमियों के बीच ,
जो मिलते थे अंखियाँ मीच।
हम मिले नहीं ,
देखो हम बच गए।
तमाम उम्र मैं ज़िद करती रही ,
सुनो ... मिलो ना मुझसे कभी ,
पर यही हमारा वादा था ,
कि मिलेंगे ना हम कभी।
हम मिले नहीं ,
देखो हम बच गए।
जो मिले ... वो अब भाग रहे ,
मौत के डर से इश्क इंकार रहे ,
वो भी तो अब हमारी ही तरह ,
ऑनलाइन का रास्ता ताक रहे।
हम मिले नहीं ,
देखो हम बच गए।
इश्क में मिलना ज़रूरी नहीं ,
ज़िस्मों की तड़प अधूरी सही ,
सच्चा इश्क कभी नहीं मरता ,
एहसासों से ये प्यास है भरता।
हम मिले नहीं ,
देखो हम बच गए।
मैने फ़ोन पर उससे कहा ....
कोरोना वायरस फैला है शहर में बुरी तरह ,
एक बार तो मिलने आ जाओ ,
मौत से पहले झलक दिखा जाओ।
हम मिले नहीं ,
देखो हम बच गए।
सुनकर वो मुस्कुरा दिया ....
अपने ना मिलने का ढंभ दिखा दिया ,
बोला , "हम मिले नहीं ,
देखो हम बच गए।