हम कुछ खास करे
हम कुछ खास करे
आओ इस धरा पर हम कुछ खास करे
जलाकर चिराग रौशन जहाँ करे
मैया की मूरत हो, प्रण हम करें
न हो कोई मायूश कोशिश ये हम करें
आओ इस धरा पर हम कुछ खास करें
ना सोये कोई भूखा अहसास हम करें
घर करे रौशन , जहाँ को हम संवारे
जन - जन को खुशहाल हम बनावे
कुछ इस कदर हम रौशन जहाँ करें
आओ इस धरा पर हम कुछ खास करें
भुला दे सभी आपसी मतभेद
क्या हिन्दू, क्या मुस्लिम ना रहे ये भेद
जलाओ दिए अंधकार हम भगायें
चलो आज रोते हुए बच्चे को चुप करायें
बनें हम आदर्श कि लोग भी आस करें
आओ इस धरा पर हम कुछ खास करें
हे प्रभु ! आपसे प्रार्थना ये हम करें
सबके दिलों में इंसानियत बास करें
गिले-शिकवे मिटाकर हम सब गले मिले
कुछ इस कदर रौशन हम जहाँ करे
कुछ इस कदर रौशन हम जहाँ करे
आओ इस धरा पर हम कुछ खास करे
