परिश्रम का मीठा फल
परिश्रम का मीठा फल
दुनिया में बहुत तेरे फल हमने देखे।
खट्टे देखे मीठे देखे तरह तरह के फल है देखें।
जो खाए और खत्म हो जाते।
मगर हमने देखा एक अनोखा फल बहुत अनेरा।
सही दिशा में परिश्रम का फल जो होता है बहुत मीठा।
जितना ज्यादा परिश्रम किया जाता है
उसकी मिठास उतनी ही बढ़ती जाती है।
कभी न खत्म होने वाले मिठास हमको तो बहुत रास आती है।
इसीलिए कहती है विमला मेहनत से मत घबरा ए यारा।
परिश्रम करेजा और उसके मीठे फल खाए जा।
जितना तू परिश्रम करेगा उतना ही मीठा फल तू पाएगा।
जिंदगी को उतना ही गुलजार बनाएगा।
और हर दिन खुशियों का सवेरा पाएगा।