बदल गया देश हमारा
बदल गया देश हमारा
भारत प्रथम नारा हमारा,
दिया है प्रेरणा देश को सारा।
हम कर्त्तव्यपथ चल पडे,
आत्म निर्भर हम हो पडे।
हुए खुशहाल देश गरीब,
भूखा सोता नहीं यहां गरीब।
खुश विकलांग यहां देश में,
सब बिधवा खुश भारत में।
अमृत काल में भारत देश,
नये भारत में खुश है देश।
औरतों का सम्मान है देश में,
प्रबुद्धों को पेंशन देश में।
नया भारत है नया है उमंग,
है एकत्रित सारा देश संग।
भ्रष्टाचारी मर मिट रहे ,
ईमानदारी सिर उठा रहे।
सेना की वीरता गूँज रही है,
नया आविष्कार हो रही है।
देश शत्रु यहां कांप रहे हैं,
शासन न्याय की हो रही है।
बदला कितना देश हमारा,
हुआ डिजिटल देश सारा।
जगमगा उठा गांव शहर,
हुआ बिजली बत्ती से बहार।
विश्व में गुंजन भारत देश,
आ रहे हैं खिंचते विश्व देश।
सुन रहे हैं बात भारत की,
यही तो सपना विश्व गुरु की।
भारतमाता आज अति खुश
योग्य पुत्रों ने किया है खुश।
देश में गुंजा अहिंसा का मंत्र,
गुंजा सत्य न्याय पवित्र मंत्र।
समभाव का मंत्र गुंजा है,
जातीवाद यहां दूर हुआ है।
जन सेवाभाव जनजन में,
धन्य हुआ भारतमाता है।
नया इतिहास गुंज रहा है,
इतिहासकार लिख रहा हैं।
अमृत काल की गुंजन है,
सब निर्भर यहां हो रहे हैं।
राष्ट्र भक्ति की गुंजन है,
भारतमाता की जयकारा है।
वंदे मातरम की पुकार है,
राष्ट्र हीत की जयगान है।