हम है स्त्री जाति
हम है स्त्री जाति


हम है मानव जाती
हम है स्त्री जाति
हमे है स्वीकार चुनौती विविध भाती।
हम है आज की स्त्री
तैयार है हर क्षेत्र से
हर एक क्षण भले हो भारी से भारी।
जीत के भी हारे है हम
हार का हार स्वीकारे है हम।
हर कदम पर अपनाते नये विचार
हम है परिपूर्ण सही आचारों से।
गलत नहीं हमे सहन किसी कदम पर
लेकिन सही से नाता जोड़ते है अपने दम पर।
माता ने हमारी किया है दिल चट्टान सा विशाल
पिता ने दिया है हमे अटल और सदा विजय का वरदान।
हमे है नाज़ की हम है भारत की सन्नारी
हम सब है ईश्वर के आभारी।
कभी नहीं हमने देखा पीछे हट कर
क्योंकि की है हमने स्वीकार चुनौती हर
हम है अंदर से कोमल दिल
है कठिन ऊपर से जैसे श्रीफल
हमे अगर चुनो तुम जो
ना समझो गिने चुने में हमको
हमारा हाथ जो एक बार आपने धर लिया
हमने साथ धरा पर सदा के लिए दिया।
हम है मानव जाति
हम है स्त्री जाति
हमे है स्वीकार चुनौती विविध भाती।