हिन्दीभाषा
हिन्दीभाषा
संस्कृत भाषा की जननी है
हिंदी, भाषाओं की भगिनी है,
जैसे करते मातृ भूमि से प्रेम
अवश्य करो हिंदी से प्रेम।
माता शिशु को बोलना सिखाती
स्नेह सिंचित शब्द बताती,
जैसे माता करे शिशु से प्रेम
अवश्य करो हिंदी से प्रेम।।
हिंदी आर्यवर्त की वाणी
आर्यावर्त, जन्मे महा ज्ञानी,
ज्ञान प्रसार ज्ञानियों का ध्येय
अवश्य करो हिंदी से प्रेम।।।
हिंदी ह्रदय में प्रेम भरे
ह्रदय के भाव व्यक्त करे,
हिंदी कराए ह्रदयों का मेल
आ अवश्य करो हिंदी से प्रेम।।