हिन्दी दोहे- धोखा
हिन्दी दोहे- धोखा
1
धोखा, धमकी धौंस भी,
देते धंधेबाज।
धूमिल इज्ज़त कर रहे,
धड़के धड़कन आज।
2
धोखा वे तो खा गये,
चमक देखकर आज।
सब कुछ नकली मिल रहा,
बदमाशों का राज।।
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धोखा, धमकी धौंस भी,
देते धंधेबाज।
धूमिल इज्ज़त कर रहे,
धड़के धड़कन आज।
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धोखा वे तो खा गये,
चमक देखकर आज।
सब कुछ नकली मिल रहा,
बदमाशों का राज।।