मेरे दोस्त नास्तिक के लिए दोहे
मेरे दोस्त नास्तिक के लिए दोहे
1
खुद को ईश्वर मानता,
है बिल्कुल नादान।
नास्तिक क्या है जानता,
ईश्वर की पहचान।।
2
किसी धर्म आस्था नहीं
नहीं कोई भगवान।
नास्तिक की इस सोच से,
इंसा है हैरान ।।
1
खुद को ईश्वर मानता,
है बिल्कुल नादान।
नास्तिक क्या है जानता,
ईश्वर की पहचान।।
2
किसी धर्म आस्था नहीं
नहीं कोई भगवान।
नास्तिक की इस सोच से,
इंसा है हैरान ।।