हिन्दी बोली
हिन्दी बोली


मीठी-मीठी प्यारी बोली।
सिंध हिन्द से हिन्दी हो ली।
हिन्दोस्तान की हिन्दी बोली।
हिन्दी हमारी भाषा बोली।
राष्ट्रीय एकता की यह बोली।
जन-जन की पहचान यह बोली।
हिन्द के त्यौहार की बोली।
मिलन और सौहार्द की बोली।
वीरों की यह शान हैं बोली।
सरहद की पहचान हैं बोली।
तिरंगे की शान हैं बोली।
जय जवान, जय किसान।
जय हिन्द के जयघोष की बोली।
गाँव शहर पहचान हैं बोली।
माँ के प्रेम की मीठी लोरी।
भाई-बहन के प्यार की डोरी।
एक दूसरे के दर्द की बोली।
हर दर्द की दवा हैं बोली।
समरसता का सुर हैं बोली।
हिन्दी बोली जन-जन की बोली।
हिन्दी हमारी भाषा बोली।