हिन्द की सेना
हिन्द की सेना
अपनी सेना
हिमालय सी अडिग है
हिन्द की सेना
हिमालय सी
दुश्मनों के सामने अडिग
हर परिस्थिति में
अविचल खड़ी है
श्रीफल सा कठोरता है
मगर भीतर सेना
कोमल हृदय उसका
देशप्रेम से भरा है
दुश्मनों के लिए
यमराज का रूप है
आसमान सर पे और
धरती परिवार है
आन-बान-शान देश के
प्रति समर्पित करते है
भीतर लहराता देश का जज्बा
अथाह देशप्रेम
फिर भी सेना के
चेहरे पर थिरकती भावना
एक प्यारी सी
मीठी सी मुस्कान
ऐसी हिन्द सेना को
दिल से सलाम..
