हीरा अनमोल
हीरा अनमोल
ऐ मेरे वीर जवान
है तुझे शत शत प्रणाम।
तू है बेटा वीर जवान
जिसे रहता है हमेशा
धरती माँ पर ध्यान।
लड़ता है अपनी मात्र भूमि के लिये
ये रहता है तट पर तैयार
प्यार तुझे है इस धरती माँ से
रखता है धरती माँ को सबसे उपर है।
ना चाह है तुझे पैसो की
बस मरता है अपनी भूमि पर
तैनात रहता है तू बोडर पर
रहता है हमेशा तू तैयार है।
मरने को तट पर
खुद जगता है चैन से
सुलाता है भारत को
है मेरे भारत के वीर तुझे
तुझे शत शत प्रणाम है।
खाता है गोली अपने सीने में
आँच न आने देता है भूमि पर
तू है इस तिरंगे की शान
आन जान और मान।
तुझे हिंन्दुसतान का सलाम है
ना चाह है तुझे तक्तो ताज की
तू शान है हिंन्दुसतान की।
तुझे ना दौलत से तोला जा सकता है
ना हीरों से
क्यूँकि तू है हीरा अनमोल।।
